हास्य, व्यंग्‍य
 
इस बार गेंदा राम जी नहीं
उनकी सुपुत्री गुलाबो देवी चुनाव लडेगी।
डॉ. नवीन शर्मा
कोई और अमूल्य राय दे सकता कि गुलाबो देवी जी यह कहते हुए बाहर की ओर लपकी-'यू आर जीनियस मैन! अभी जाकर चुनाव फाईट करने की एनांउसमेंट' करती हूं। गुलाबो जी
विस्‍तार से .....
 
कौन नहीं है ठग मेरे यारो
डा. रजनीकांत
हमारी नानी जी चित्त हो गईं, नानी के पास एक भैंस थी। शाहनी जी! ऐसी भैंस आप के पास जचती नहीं। सींग तो देखो जरा। कितने भद्दे लगते हैं। मैं आपके खूंटे पर एक सुन्दर सी भैंस देखना चाहता हूं। दो दिन में मैं स्वयं बांधकर जाऊंगा।
विस्‍तार से .....
सुनो जी, कहां जाएं पति बेचारे?
डा. रजनीकांत
बेचारा बाहर आंगन में चारपाई डालकर सो गया। पत्नी ने आव देखा न ताव, चुपके से पानी की बालटी उठाई और पतिदेव के ऊपर गिरा दी, सभी आश्चर्य चकित। ये इस वीर पत्नी को क्या सूझी? पति से बदला लेने का अनूठा ढंग कोई इस वीरांगना से सीखे?
विस्‍तार से .....
 
जायें तो जायें कहां?
डा. रजनीकांत
काफ़ी दिनों पहले के एक समाचार ने मुझे चौंका दिया था। ये तो प्रेमी-वर्ग के लिए दुखद समाचार था। प्रेमी -प्रेमिका मुम्बई में सार्वजनिक स्थानों पर इकट्ठे न बैठ सकेंगे। पुलिस ने 43 प्रेमी युग्लों को
विस्‍तार से .....
मरजानी रुत सावन की
डा. रजनीकांत
मुझे अपना बचपन याद आ रहा है। फुहारों का आनंद लेना, वह भी भीगे बदन। याद आते ही तन में झुरझुरी सी व्याप्त हो जाती है। बच्चे आजकल के भीगते कहां हैं? अब तो ये आलम है
विस्‍तार से .....