लेख |
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कौन नहीं चाहता आजादी |
जगन्नाथ प्रसाद मिश्र |
उनके दान, उनके नाम-सुग्रश को देख-सुनकर भूलना नहीं, धोखे में नहीं आना। वे पंडित होते हुए भी मूर्ख हैं, धर्म-भीरू होते हुए भी कापुरुष हैं, परोपकारी होते हुए भी नाम-यश के लोलुप हैं और दानी होते हुए भी हृदय से कृपण हैं। उनकी |
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चम्बा का संक्षिप्त इतिहास (1) |
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रावी घाटी के निचले हिस्सों पर विजय प्राप्त की तथा विजय के उपरांत उसने ब्रह्मपुर के स्थान पर ÷चम्पा' अथवा चम्बा को नयी राजधानी बनाया। अनेक सदियों तक चम्बा राज्य कश्मीर का आधिपत्य स्वीकार करता रहा है तथा ऐसा माना जाता है |
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चम्बा का संक्षिप्त इतिहास (2) |
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चम्बा सहित अनेक अन्य पहाड़ी रियासतें किसी न किसी रूप में आगामी करीब दो शताब्दियों तक मुग़लों का आधिपत्य स्वीकार करती रहीं तथा इस अवधि में इन रियासतों में समय-समय पर परस्पर संघर्ष भी होता रहा। |
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क्या संस्कृत में दुःखात नाटकों का अभाव है? |
गिरिजादन त्रिपाठी |
साहित्य में अवश्य दुःखान्त नाटक हैं। जैसे, वेणीसंहार नाटक में दुर्योधन के अनेक भाईयों की मौत हो जाती है और इसलिए उसे घोर कष्ट होता है। जब सुन्दरक के मुख से अर्जुन की तारीफ तथा कर्ण वृषसेन की पराजय सुनाता है, तो उसे अपार दुःख होता है। |
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आखिर चैत्र मास का सांस्कृतिक महत्त्व क्या है |
प्रो. नरेन्द्र अरुण |
राजाओं एवं राणाओं के शासनकाल में चैत्र महीना गाने की परम्परा का निर्वाह नियमित रूप से करते थे जो अब घटता जा रहा है। ये सब से पहले राजाओं-महाराजाओं के यहां फिर मंत्रियों, राजदरबारियों के यहां, तत्पश्चात् शिष्ट समाज के उच्च परिवारों में और |
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हिन्दी साहित्य और रहस्यवाद |
ब्रजमोहन गुप्त |
रहस्यवाद किसी भी प्रकार का हो, उसकी सीमा तक पहुंचने के लिये सृष्टि के अनेकत्व में एकत्व की
अनुभूति प्राप्त करने के लिये जीवन में जबरदस्त साधना की आवश्यकता होती है। जिन साधना पथों पर भक्ति कालीन रहस्यवादी |
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गोरखों का हिमाचल पर आक्रमण |
डा. नवीन शर्मा |
कांगड़ा और हण्डूर की संयुक्त सेना ने गोरखों द्वारा करण प्रकाश की सहायता के लिए भेजी गई सेना को सफल नहीं
होने दिया। संभावना यही है कि इस घटना के पश्चात गोरखों ने संसार चंद से संधि |
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संगीत द्वारा रोग-चिकित्सा |
विश्वम्भर नाथ |
हमारे शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को पुनरुज्जीवित करने की जो एक स्निग्ध एंव आश्चर्यजनक शक्ति
संगीत में है, इस बात का प्रत्यक्ष अनुभव अब संसार के श्रेष्ठ चिकित्सकों को अस्पतालों और गवेषणालयों के प्रयोगों |
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